Saturday, July 26, 2008

तारा दत्त काण्डपाल जी ने भेजा है



ये फोटो तारा दत्त काण्डपाल जी ने भेजी हैं। तारा दत्त जी IIT दिल्ली से जुड़े हैं। उन्होंने दो फाइल भी भेज़ीं थी जो शायद होली के बारे में हैं। मेरे कम्पयूटर पर खुल नहीं पा रही हैं, जैसे ही उन नये फार्मेट में मिलेंगी आपके पढ़ने के लिय़े उपलब्ध हो जायेंगी।

4 comments:

Balendu Sharma Dadhich said...

ऐसा स्वर्ग छोड़कर काहे दिल्ली में आ गए महाराज? प्रकृति की गोद में वह आनंद जिन्हें नसीब है, वे धन्य हैं। कभी हमें भी अपने गांव ले चलिए।

ब्लॉग जगत में स्वागत है। गाहे बगाहे मतान्तरः एक राजनैतिक ब्लॉग पर भी आइए।

Sajeev said...

नए ब्लॉग की बधाई, बहुत सुंदर और सराहनीय प्रयास है आपका, हिन्दी चिट्टा जगत में आपका स्वागत है, सक्रिय लेखन कर हिन्दी को समृद्ध करें, शुभकामनाओ सहित
आपका मित्र -

सजीव सारथी
09871123997
www.podcast.hindyugm.com

padma rai said...

बहुत खूबसूरत है ! इन खूबसूरत वादियों से हमारा परिचय कराने के लिये धन्यवाद .

अविनाश वाचस्पति said...

गांव है या स्‍वर्ग है
करता जगमग है सदा
हरियाली जगमगाती है
ऐसी जगमग शहर में कहां।